Surprise Me!

माया मरी न मन मरा || आचार्य प्रशांत, संत कबीर पर (2015)

2019-11-23 45 Dailymotion

वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग<br />२० दिसम्बर २०१५<br />रमण केंद्र, दिल्ली<br /><br />दोहा:<br />माया मरी न मन मरा, मर मर गया शरीर |<br />आशा तृष्णा न मरी , कह गये दास कबीर ||<br /><br />प्रसंग:<br />"आशा तृष्णा न मरी" शरीर मर गया पर ऐसा क्यों बता रहे हैं कबीर ?<br />प्रति पल मरने का क्या आशय है?<br />सत्संग का क्या अर्थ है?<br />मुक्ति के खिलाफ खुद ही क्यों खड़े हो जाते है?

Buy Now on CodeCanyon